Bageshwar News: देश में इन दिनों 21वीं पशु गणना चल रही है, जो फरवरी 2025 एक चलेगी। जिसमें देशभर के पालतू जानवरों और पक्षियों पर विस्तृत आंकड़े एकत्र किये जायेंगे। बागेश्वर जिले में भी यह गणना होगी, जिसकी समीक्षा बैठक आज जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने की। उन्होंने पशुपालन विभाग को तय समय सीमा के अंदर पशु गणना के कार्य को पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा यह कार्य महत्वपूर्ण है गम्भीरता व समयबद्धता के साथ पूर्ण करें।
मुख्य पशुचिकित्साधिकारी योगेश भारद्वाज ने जानकारी देते हुए कहा की पूरे देश में 21वीं पशु गणना की जा रही है। जिले में भी करीब 64 हजार पशुपालकों के घर घर जाकर प्रगणक पशु गणना करेंगे। वर्तमान तक करीब 12 हजार घरों की पशु गणना का कार्य हो चुका है। पशुगणना में गाय,भैंस,घोड़ा, कुत्ता,खच्चर, बकरी,गधा,हाथी, सूअर ,खरगोश, भेड़ समेत 16 प्रजातियों के पशुओं की विस्तृत जानकारी डिजिटल रूप में ली जा रही है।
21वीं पशुधन गणना कार्य प्रणाली
पशुधन जनगणना (एलसी) एक महत्वपूर्ण अभ्यास है, जिसका वर्ष 1919 से हर पांच वर्ष में आयोजन किया जाता है। यह नीति निर्माण और पशुपालन क्षेत्र में विभिन्न कार्यक्रमों के कार्यान्वयन के लिए अहम भूमिका के रूप में कार्य करता है। जनगणना में एक व्यापक डोर-टू-डोर सर्वेक्षण सम्मिलित है,जिसमें देश भर में पालतू जानवरों और पक्षियों पर विस्तृत आंकड़े एकत्र किए जाते हैं। अब तक 20 पशुधन जनगणनाओं का आयोजन हो चुका है और अंतिम जनगणना का आयोजन वर्ष 2019 में हुआ था।