Bageshwar News: कपकोट के सुप्रसिद्ध काशिल बुबू मंदिर में स्याल्दे बिखौती कौतिक लगा। इस दौरान मंदिर में दर्शन और पूजा-अर्चना के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ी। काशिल बुबू को नये अनाज का भोग लगाया। देव डांगरियों ने अवतरित होकर भक्तों को आशीष वचन दिए। व्यापारियों ने मंदिर परिसर में दुकानें सजाई। विशाल भंडारे में सैकड़ों भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया।
काशिल देव का मंदिर कपकोट गांव की उत्तर पहाड़ी पर बांज के जंगलों के बीच बसा है। बाजार से मंदिर की दूरी तीन किमी है। हर साल वैशाख ३ गते के दिन मंदिर में मेला लगता है। मेले का शुभारंभ मंगलवार को लाटू देव मंदिर से हुआ। आज बुधवार को काशिल बुबू मंदिर में मेला लगा। विधिविधान से मंत्रोच्चार के साथ पूजा करवाई। मंदिर के धामी और देव डांगरिये उपाध्याय परिवार के लोग हैं।
पूजा के बाद मंदिर में मोहन दास सहित दासों ने देव डांगरियों को अवतरित कराया। अवतरण के बाद डांगरियों ने भक्तों को आशीर्वाद दिया। दोपहर बाद मंदिर में विशाल भंडारा कराया गया। इसमें फुलवारी, कपकोट, चखतरी, गैरखेत, परमटी उत्तरौड़ा सहित अन्य गांवों से लाए गए नये अनाज का भोग बनाया गया। भगवान को भोग अर्पित करने के बाद सैकड़ों भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया।