Ayodhya Ram Mandir : अयोध्या के राम मंदिर की 12 प्रमुख विशेषतायें- |
Ayodhya Ram Mandir: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में सरयू तट पर स्थित यह स्थल रामायण काल से प्रभु राम के जन्मस्थान के रूप में माना जाता है। यहां बन रहे मंदिर का मूल डिज़ाइन वर्ष 1988 में अहमदाबाद के सोमपुरा परिवार द्वारा किया गया था। वर्तमान में बन रहा यह मंदिर मूल मंदिर के डिज़ाइन में कुछ बदलावों के साथ बन रहा है। उल्लेखनीय है गुजरात के सोमपुर परिवार को करीब 15 पीढ़ियों से दुनियाभर के 100 से ज्यादा मंदिरों के डिज़ाइन में सहभागिता करने का सौभाग्य प्राप्त है।
Ayodhya Ram Mandir-अयोध्या के राम मंदिर की प्रमुख विशेषतायें-
- अयोध्या राम मंदिर ( Ayodhya Ram Mandir ) परम्परागत नागर शैली में निर्मित है।
- राम मंदिर मंदिर की लम्बाई (पूर्व-पश्चिम) 380 फीट, चौड़ाई 250 फीट एवं ऊँचाई 161 फीट है।
- अयोध्या में स्थित नवीन राम मंदिर तीन मंजिला है, प्रत्येक मंजिल की ऊँचाई 20 फीट है। मंदिर में कुल 392 खम्बे और 44 दरवाजे हैं।
- भूतल गर्भगृह-प्रभु श्रीराम के बाल रूप (श्रीरामलला) का विग्रह स्थापित होगा और प्रथम तल गर्भगृह-श्रीराम दरबार होगा।
- अयोध्या राम मंदिर कुल पाँच मंडप – नृत्यमडप, रंग मंडप, गूढ़ मंडप (सभा मण्डप), प्रार्थना मंडप और कीर्तन मंडप से सुसज्जित है।
- राम मंदिर के खम्भों,दीवारों में देवी-देवता तथा देवांगनाओं की मूर्तियाँ उकेरी हुई हैं।
- मंदिर में प्रवेश पूर्व से होगा, जिसमें 32 सीढ़ियां (ऊँचाई 16.5 फीट) चढ़कर सिंहद्वार से होगा।
- राम मंदिर अयोध्या में दिव्यांगजन तथा वृद्धों के लिए रैम्प एवं लिफ्ट की व्यवस्था है।
- अयोध्या में चारों ओर आयताकार परकोटा (प्राकार) लम्बाई 732 मीटर, चौड़ाई 4.25 मीटर, परकोटा के चार कोनों पर चार मंदिर भगवान सूर्य, शंकर, गणपति, देवी भगवती, परकोटे की दक्षिणी भुजा में हनुमान एवं उत्तरी भुजा में अन्नपूर्णा माता का मंदिर हैं।
- राम मंदिर ( Ayodhya Ram Mandir )के समीप पौराणिक काल का सीताकूप विद्यमान है।
- श्रीराम जन्मभूमि मंदिर परिसर में प्रस्तावित अन्य मन्दिर महर्षि वाल्मीकि, महर्षि वसिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, निषादराज गुह, माता शबरी एवं अहिल्या के हैं।
- दक्षिणी-पश्चिमी भाग में नवरत्न कुबेर टीले पर स्थित शिव मंदिर का जीर्णोद्वार एवं रामभक्त जटायु राज प्रतिमा की स्थापित की गई हैं।
Ayodhya Ram Mandir Opening Date
अयोध्या में भगवान श्रीराम के नवीन मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हिन्दू माह पौष की शुक्लपक्ष की द्वादशी तिथि, विक्रम सम्वत 2080 यानि सोमवार दिनांक 22 जनवरी 2024 को हो चुकी है और मंदिर 24 जनवरी 2024 से सभी श्रद्धालुओं के लिए दर्शन के लिए खोल दिया गया है।